bhairav kavach for Dummies

Wiki Article

विरचरन्त्यत्र कुत्रापि न विघ्नैः परिभूयते।

डाकिनी पुत्रकः पातु पुत्रान् में सर्वतः प्रभुः ।

 

भविष्य में आने वाली बुरी दुर्घटनाओं से रक्षा होती है।

साधक कुबेर के जीवन की तरह जीता है और हर जगह विजयी होता है। साधक चिंताओं, दुर्घटनाओं और बीमारियों से मुक्त जीवन जीता है।



ಸಾತ್ತ್ವಿಕಂ ರಾಜಸಂ ಚೈವ ತಾಮಸಂ ದೇವ ತತ್ ಶೃಣು

वाद्यम् वाद्यप्रियः पातु भैरवो नित्यसम्पदा ॥

ಸ್ಕಂಧೌ ದೈತ್ಯರಿಪುಃ ಪಾತು ಬಾಹೂ ಅತುಲವಿಕ್ರಮಃ

सद्योजातस्तु मां पायात् सर्वतो देवसेवितः।।

ನಾಖ್ಯೇಯಂ ನರಲೋಕೇಷು ಸಾರಭೂತಂ ಚ ಸುಶ್ರಿಯಮ್

वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेश्वरः

नीलग्रीवमुदारभूषणशतं शीतांशुचूडोज्ज्वलं

आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ here करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।

Report this wiki page